यह ब्लॉग खोजें

शुक्रवार, 16 मई 2014

ॐ श्री राधेगोविन्दाय नमः

कुछ और करूँ कि करूँ न मरूँ
करता है श्याम मैं काहे डरूँ
दिन-रात लडूँ क्यूँ आहें भरूँ
प्रति-क्षण मैं श्याम के नाम करूँ।